कल हुआ बिहार मंत्रिमंडल विस्तार, आज दिल्ली रवाना हुए सीएम नीतीश, NDA नेताओं से हो सकती है मुलाकात :

संगबाद भास्कर न्यूज़ डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हुए। बिहार मंत्रिमंडल विस्तार के ठीक दूसरे दिन मुख्यमंत्री दिल्ली पहुंच रहे हैं। आज वे दिल्ली में ही रहेंगे। सीएम नीतीश दिल्ली में एनडीए के नेताओं के मुलाकात कर सकते हैं।
इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब भी मंत्रिपरिषद का गठन होता है तो हर क्षेत्र और समाज के सभी तबके के प्रतिनिधित्व का ध्यान रखा जाता है। हमारी कोशिश होती है कि लगभग सभी क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व हो। मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या सीमित होती है। हमारा प्रयास होता है कि मंत्रिमंडल में व्यापक रूप में सभी क्षेत्र के लोगों की भूमिका रहे।
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार कैबिनेट में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित 31 मंत्री हो गए। मौजूदा मंत्रियों में जदयू कोटे से सीएम सहित कुल 13 मंत्री मंत्रिमंडल के सदस्य हो गए। वहीं, एनडीए में सबसे बड़े घटक दल होने के कारण सबसे अधिक संख्या 16 भाजपा कोटे के मंत्रियों की हो गई। एनडीए के अन्य घटक दल हम और वीआईपी कोटे से एक-एक मंत्री हैं।
RJD का आरोप, नूराकुश्ती के बाद बिहार कैबिनेट का विस्तार हुआ, वह भी संपूर्ण नहीं
राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में कुशवाहा समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर सुबोध कुमार मेहता ने कहा कि बिहार में सरकार के गठन के लगभग तीन महीने बाद और बजट सत्र के प्रारंभ होने के पहले काफी नूराकुश्ती के बाद कैबिनेट का विस्तार हुआ है, लेकिन वह भी संपूर्ण नहीं है। उन्होंने कहा कि सीएसडीएस द्वारा एक सर्वे के बाद जारी किए गए आंकड़ों के हिसाब से कुशवाहा समाज के 52 प्रतिशत मतदाताओं ने एनडीए को वोट किया था। ऐसे में कुशवाहा समाज से मात्र दो लोगों को कैबिनेट में जगह दिया जाना चिंतनीय है। लालू जी के समय में कुल छह मंत्री कुशवाहा समाज से हुआ करते थे। यही कारण है कि कुशवाहा समाज ठगा हुआ महसूस कर रहा है और इस समाज के लोग दिन प्रतिदिन राजद परिवार का दामन थाम रहे हैं। कुशवाहा समाज ने अब पूरी तरह से मन बना लिया है कि बिहार को तेजस्वी जी के नेतृत्व में एक युवा नेतृत्व देकर विकास की ऊंचाइयों तक ले जाना है।