गुजरात के निकाय चुनावों से गायब हुए युवा चेहरे, हार्दिक, अल्पेश व जिग्नेश लगे किनारे :

संगबाद भास्कर न्यूज़ डेस्क : गुजरात में निकाय चुनाव की शुरुआत हो गई है। इन निकाय चुनाव से पहले पिछले विधानसभा चुनावों में अपना ध्यान खींचने वाले राज्य के युवा चहरे इस बार के चुनावों से गायब से हैं। चुनाव से गायब चेहरों में हार्दिक पटेल, और जिग्नेश मेवाणी जैसे नेताओं का नाम शामिल है।
हालांकि इस बार आप की तरफ से गोपाल ईटालिया ने सबका ध्यान खींचा है लेकिन देखना यह होगा की वह चुनाव रिजल्ट में अपनी कितनी छाप छोड़ पाते हैं। साल 2015 में राज्य में पनपे पाटीदार आन्दोलन की आग से बाहर निकले हार्दिक पटेल, ओबीसी एकता आन्दोलन से राजनीति के परिदृश्य में पैठ बनाने वाले अल्पेश ठाकोर और दलित आन्दोलन का सूत्रपात करने वाले जिग्नेश मेवाणी अब अलग-अलग रास्तों पर खड़ें हैं।
इन सभी ने गत विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था, लेकिन इस बार वे चुनावों की नदी में गोते मारने से पीछे हट गए। जहाँ एक तरफ हार्दिक पटेल, गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए। वहीं अल्पेश ठाकोर बीजेपी के स्टार प्रचारक बनकर आत्ममुग्ध अवस्था में चले गए हैं। तो दूसरी तरफ जिग्नेश इन चुनावों में अपना पाला ही नहीं क्लियर पाए। इन सब के बीच में एक नेता उभर कर सामने आया, जिसने कि अपनी मौजूदगी गुजरात के गृह राज्यमंत्री पर जूता फेंककर दर्ज कराई।
वह और कोई नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के पाटीदार नेता गोपाल ईटालिया। बता दें कि, सूबे के दो बड़े शहरों (अहमदाबाद, सूरत) में आप ने ग्राउंड लेवल पर काम किया है। जनता के बीच भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी तो वहीं उनको रोड शो के दौरान जन समर्थन भी खूब हासिल हुआ। लेकिन देखना यह होगा कि क्या भीड़ वोट में तब्दील हुई है या नहीं। फिलहाल, ये तो मंगलवार को आने वाले रिजल्ट के नंबर ही बताएंगे।