
संगबाद भास्कर न्यूज़ डेस्क : “अनिल कुंबले ने कहा, दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र के रूप में भारत अपनी आंतरिक मुद्दों को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने में सक्षम है।”
शिखर धवन ने कहा, हमारे महान देश को समाधान तक पहुंचाना अभी बहुत महत्वपूर्ण है, एक साथ खड़े हो और एक बेहतर उज्जवल भविष्य की दिशा में आगे बढ़े।” प्रज्ञान ओझा ने कहा, मेरा देश हमारे किसानों पर गर्व करता है, और जानता है कि वह कितना महत्वपूर्ण है। मुझे विश्वास है, कि यह मामला जल्दी सुलझा लिया जाएगा। हमें अपने आंतरिक मामलों में किसी बाहरी व्यक्ति के दखल की आवश्यकता नहीं है।” आरपी सिंह ने कहा भारत में हमेशा सभी विचारों की एक महान परंपरा है, हम एक दूसरे से सहमत और असहमत हो सकते हैं, लेकिन हमारे आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करना और कमेंट करना हम कतई पसंद नहीं करेंग। “सचिन तेंदुलकर ने कहा, भारत के आंतरिक मामले में विदेशी ताकतों की भूमिका दर्शक तक ही सीमित है, ना कि हिस्सेदार कि उन्होंने देशवासियों से एक देश के तौर पर एकजुट रहने की अपील की है।”