ममता बनर्जी की TMC में ‘घुटन’ पर इस्तीफा देने वाले दिनेश त्रिवेदी को BJP में मिलेगी ‘ऑक्सीजन’?

संगबाद भास्कर न्यूज़ डेस्क : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को राज्यसभा से इस्तीफा देकर पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने करारा झटका दिया है।
नाटकीय अंदाज में राज्यसभा के फ्लोर पर ही सदन से इस्तीफे का ऐलान करने वाले दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि उन्हें घुटन हो रही है। त्रिवेदी के इस्तीफे के बाद इस बात के कयास तेज हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले 2015 में भी उनके भगवा दल में शामिल होने की अटकलें थीं। ऐसे में एक बार फिर से यह चर्चाएं तेज हैं कि क्या टीएमसी में घुटन महसूस करने वाले त्रिवेदी को बीजेपी में ‘ऑक्सीजन’ मिल सकती है? इस बीच बीजेपी महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने उनका बीजेपी में स्वागत करने की बात कही है।
विजयवर्गीय ने कहा, ‘बंगाल के लोगों की सेवा करने वाले एक नेता टीएमसी में सम्मान नहीं किया गया। यदि वह बीजेपी में आते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।’ उन्होंने कहा कि दिनेश त्रिवेदी जी मुझे वे साल भर पहले हवाई अड्डे पर मिले थे तो कहा था बहुत खराब स्थिति है और मैं काम नहीं कर पा रहा हूं। उन्होंने TMC से इस्तीफा दिया है। वे भाजपा में आएंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे। कहा जा रहा है कि दिनेश त्रिवेदी बीते एक महीने से बीजेपी के संपर्क में थे और भगवा दल में एंट्री के इरादे से ही उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। इस्तीफा देते हुए दिनेश त्रिवेदी ने राज्यसभा में कहा, ‘हर मनुष्य के जीवन में एक घड़ी आती है, जब उसको उसकी अंतरआत्मा की आवाज सुनाई देती है। मेरे जीवन में भी ऐसी ही घड़ी आई थी। देश बड़ा है या पक्ष बड़ा है। आज जब देखते हैं कि जब देश की क्या परिस्थिति है। पूरी दुनिया भारत के तरफ देख रही है।’
घुटन होने की बात कह दिया इस्तीफा: पूर्व रेल मंत्री ने कहा, ‘जिस तरह पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है। मुझे बैठे-बैठे लगता है कि मैं करूं क्या? असल में हम जन्मभूमि के लिए ही हैं। एक पार्टी में हैं तो उसका अनुशासन है। मुझे घुटन महसूस होती है कि मैं कुछ कर नहीं पा रहा हूं। आज मुझे आत्मा यह कह रही है कि यहां बैठ-बैठे अगर आप चुपचाप रहो और कुछ नहीं कर सकते हो तो इस्तीफा दो। मैं यहां से आज इस्तीफा दे रहा हूं।’
ममता के दबाव पर 2012 में छोड़ा था रेल मंत्री का पद: बता दें कि मार्च 2012 में यूपीए सरकार के दौरान रेल मंत्री रहे दिनेश त्रिवेदी ने ट्रेनों के किराये में इजाफे का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। तब कहा गया था कि उन्होंने सीएम ममता बनर्जी के दबाव में इस्तीफा दिया है कि क्योंकि किराये में इजाफे से वह नाखुश थीं। कहा गया था कि उन्होंने रेल बजट को लेकर ममता बनर्जी से सलाह नहीं ली थी।