सूरत: हीरा कारोबारी की 17 साल की बेटी करेगी सासांरिक सुखों का त्याग, राजस्थान में लेंगी दीक्षा :

संगबाद भास्कर न्यूज़ डेस्क : धर्म, आध्यात्म से भाव जुड़ने की कोई उम्र नहीं होती है कुछ ऐसा ही हुआ है। गुजरात के सूरत में जहां एक हीरा कारोबारी की बेटी हेतवी 17 साल की उम्र में सांसारिक सुखों का त्याग कर दीक्षा लेने जा रही है।
बताया जा रहा है कि, हेतवी 8 साल की उम्र में उपधान तप किया था। वे मूल रूप से गुजरात की हैं, लेकिन इस समय वह मुंबई में रहती है। अब आने वाली 16 फरवरी को हेतवी का सूरत में विदाई समारोह होगा। बता दें कि, हेतवी के पिता मिलनभाई शेठ मुंबई में डायमंड के बिजनेस से जुड़े हुए हैं।
परिवार वालों ने बताया कि, 17 वर्षीय हेतवी राजस्थान के आहोर में आचार्य भगवंत जयानंद सूरी से दीक्षा ग्रहण करेंगी। इसी संबंध में आचार्य ने 24 फरवरी को दीक्षा का मुहूर्त भी निकाला है। पिता ने कहा. शुरुआत से ही हेतवी का आध्यात्म की ओर झुकाव था वहीं, हेतवी ने मात्र 8 साल की उम्र में उपधान तप किया था। उन्होंने कक्षा 9 तक की पढ़ाई भी गुरुकुल में की है। पढाई के दौरान ही बेटी ने बता दिया था कि, वे इस सभी सांसारिक सुखों का त्याग कर देंगी। उपधान तप करने के बाद हेतवी को आचार्य भगवंत जयानंद सूरी महाराज की शिष्या साध्वी मुक्ति प्रज्ञा के पास अध्ययन के लिए भेजा गया था। परिजनों ने भी बेटी पर कोई दबाव नहीं डाला और उसकी इच्छा के अनुरूप फैसले करने की छूट भी दी।
अब हेतवी के दीक्षा पथ पर जाने से पहले 16 फरवरी को सूरत में ससम्मान विदाई समारोह होगा। जिसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही है। हेतवी ने अपनी छोटी सी उम्र में ही कई सारी प्रक्रियाओं का अभ्यास कर चुकी हैं। उन्हें दीक्षा के लिए तैयार होने के लिए कई तरह की प्रक्रियाएं पूर्ण करनी पड़ी, जिनमें से प्रतिकमण, पांच प्रतिक्रमण नव स्मरण, 4 प्रकरण, कर्मग्रंथ, वितराग स्तोत्र, वैराग्य शतक तथा योगासार शामिल हैं